Friday 17 August 2012

क्या मुंबई पुलिस पर शहर में दंगा करने वाले लोगों को गिरफ्तार न करने का दबाव था?

क्या मुंबई पुलिस  शहर में दंगा करने वाले लोगों को गिरफ्तार न करने का दबाव था? 


दंगे के दौरान एक शख्स को गिरफ्तार करने वाले डीसीपी पर मुंबई पुलिस कमिश्नर अरूप पटनायक जिस तरह भड़के उससे तो यही लगता है। कमिश्नर ने डीसीपी को जम
कर झाड़ लगाई और उस शख्स को छोड़ने का आदेश दिया।

 इसके अलावा अमर जवान ज्योति स्मारक को लात मारकर क्षति पहुंचाने वाले शख्स की पहचान होने के बाद भी उसकी गिरफ्तारी न
हीं किए जाने से मुंबई पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं।

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लगता तो ये ही है की यह धर्म निरपेक्ष सरकार के निर्देश थे क्योकि सत्ता मे रहने के लिए इनको अवैध बांग्लादेशियो के वोटो की ज़रूरत है | ये लोग सत्ता मे रहने के लिए पाकिस्तानियो से भी कोई सौदेबाज़ी करने मे हिचकिचाएंगे नही
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न्यूज चैनल्स पर दिखाए गए और यू-ट्यूब पर अपलोड किए गए एक विडियो के मुताबिक, एक दंगाई को जब डीसीपी डीसीपी रवींद्र शिश्वे ने गिरफ्तार किया तो उनपर कमिश्नर पटनायक भड़क गए।

 पटनायक ने कहा, 'इसे गिरफ्तार करने के लिए आपको किसने बोला?' पटनायक यहीं तक नहीं रुके। उन्होंने डीसीपी को सस्पेंड करने की धमकी भी दे डाली। पटनायक ने कहा, 'आप सांगली के एसपी नहीं हैं, आप मुंबई के डीसीपी हैं। आपको जो कहा जा रहा है, उसे फॉलो कीजिए, नहीं तो सस्पेंड कर दिए जाएंगे।' उन्होंने डीसीपी को यह भी कहा कि मैं मुंबई का पुलिस कमिश्नर हूं और आप मेरे निर्देशों का पालन कीजिए। इसके बाद डीसीपी ने उस शख्स को छोड़ दिया।



हिन्दुत्ववादी संगठन करती ऐसी उत्पात तो मिडिया पता नहीं कितने दिन छाती पिटती ?
किस पार्टी का नेता नहीं बौखलाता ...देश का कौन सा सुरक्षा एजेंसी कुत्तो के तरह पीछे नहीं लग जाता ?
अब क्या हुआ मुल्लो के उत्पात पर चुप क्यों है मिडिया और राजनीती म
ाफिया ?

मिडिया जब मार खाती है तो ऐसे ही चुप्पी साधती है सेकुलर मिडिया के अम्मी बहन क्या मुल्लो के रखैल है ?
जो मुल्लो के उत्पात पर आँखें बंद कर लेती है .....और अगर हिन्दू करे तो जो मयूजिक पर इनकी अम्मी बहन
मुजरा करते है वही म्यूजिक के साथ हमारी खबर दिखाते है ......निष्पक्ष मिडिया इसी को कहते है ?
पुलिस वाले कश्मीर से कन्याकुमारी तक मुल्लो से ही मार खाते है .............इनका अफसर नताओ के आगे
कुत्ते के तरह पूछ जो हिलाते है ...
मुंबई पुलिस पर दंगाइयों को गिरफ्तार न करने का दबाव था?
http://navbharattimes.indiatimes.com/mumbai-top-cops-you-tube-trouble/articleshow/15512477.cms

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